" कभी कभी तस्वीरें भी धोका देती है | सोशल मीडिया के ज़माने में बहुत आसान हो गया है दुसरो को उनकी पोस्ट से जोड़कर देखना | इस दिखावट की दुनिया की खिड़की है तस्वीर | "
तस्वीरो मै ढूंढ़ता जहाँ ,
जो तस्वीरो मै नहीं ,
सागर वो मानता वहां ,
जहाँ पानी था नहीं ,
क्या किसी की तस्वीर ,
उसकी तक़दीर बता सकती है ,
गुमराह है फिर भी ,
उसे राह भुला सकती है ,
मानता नहीं जहाँ मगर ,
है तस्वीर भी ,
लबो की गुलाम ,
के इसका खुदका ,
विवेक नही है ,
हक्वीकत है क्या,
और कल्पना कही है ,
तस्वीरों की दुनिया मैं ,
दिलों को देखना सीखो ,
खुश अगर रहना है तो ,
खुद को खुश रखना सीखो ।